Friday, June 25, 2021

झमाझम बारिश से बिहार विधानसभा और डिप्टी सीएम के आवास समेत कई इलाकों में जलजमाव, वज्रपात से सूबे में 7 की मौत


पटना.   बिहार की राजधानी पटना समेत सूबे के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हुई है।मौसम विभाग ने 25 जून की रात 8.30 बजे से 26 जून की सुबह 5.30 तक 145 एमएम बारिश रिकार्ड की है।इस बारिश ने सरकारी  व्यवस्था की पोल खल के रख दी है।वहीं विभिन्न जिलों में हुए वज्रपात से पिछले 24 घंटे में कम से कम 7 लोगों की जान चली गयी है।

पटना में हुई बारिश से बिहार विधानसभा परिसर के साथ ही सूबे से डिप्टी सीएम रेणु देवी एवं कई मंत्री,विधायक के आवास में जलजमाव हो गया है।इसके साथ ही एयरपोर्ट जाने वाले रास्ते पर भारी जलजमाव हो गया है।बोरिंग रोड, लालजी टोला ,राजेंद्र नगर गर्दनीबाग कंकड़बाग समेत कई इलाकों में भीषणा जलजमाव हो गया है जिसकी वजह से आमलोगों का काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा रहा है।

हल्की बारिश ने मंत्री के दावे की पोल खोल कर रख दी है। वहीं बारिश के साथ ही सूबे के कई जिलों में वज्रपात की घटना ही है जिसमें कम से कम 7 लोगों की जान चली गयी है।मिली जानकारी के अनुसार नवादा के मेसकौर प्रखंड क्षेत्र में दो   जबकि गोपालगंज, सारण, सीवान, गया और रोहतास में एक-एक मौत वज्रपात की वजह से हुई है।.

       मौसम विभाग के अनुसार झारखंड के आसपास बने चक्रवाती परिसंचरण की वजह से बिहार में भी अगले दो से तीन दिन तक वज्रपात और बारिश की स्थिति बनी रहेगी. ।इस दौरान मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और लोगों से सावधान रहने की अपील की है।अगले 24 घंटे में उत्तर पूर्व बिहार पर इसका ज्यादा असर देखा जाएगा और सुपौल, अररिया, पूर्णिया, मधेपुरा, सहरसा और किशनगंज में अगले दो दिनों में यानि 26 और 27 को कई जगहों पर वज्रपात व बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.

जो मोदी सरकार ‘ऑक्सीजन’ नहीं दे पाई वो कोरोना से मरने वालों को ‘मुआवजा’ क्या देगी : अनम सुल्तान खान


केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर कहा है कि हम कोरोना से मरने वालों को 4 लाख रुपये का मुआवजा देने में समर्थ नही हैं।

केंद्र सरकार ने कहा है कि इस तरह से मुआवजे का भुगतान स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फंड से किया जाता है। अगर इस तरह से हर कोरोना से मरे हुए व्यक्ति को 4 लाख का मुआवजा देना शुरु कर दिया गया तो राज्यों का पूरा फंड ही खत्म हो जाएगा।

केंद्र सरकार का कहना है कि अगर स्टेट डिजास्टर फंड का सारा पैसा कोरोना से मरने वालों के मुआवजे के तौर पर दे दिया जाएगा तो फिर बाढ़, चक्रवात जैसी विपत्तियों से लड़ना मुश्किल हो जाएगा।

केंद्र सरकार के इस हलफनामे पर विपक्ष दलों की ओर से कड़ी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।


बिहार प्रदेश यूथ कांग्रेस के महासचिव अनम सुल्तान खान ने कहा है कि “जो सरकार कोरोना के मरीजों को ऑक्सीजन नहीं दे पाई वो कोरोना से मरने वालों को मुआवजा क्या देगी”

उन्होंने अपने ट्विटर के जरिये यह प्रतिक्रिया दी

1 घंटे तक ट्वीट ने किया रविशंकर प्रसाद का एकाउंट ब्लॉक, पालिसी उलंघन मामले में फंसेगा ट्विटर?


पटना: ट्विटर ने IT MINISTER का ही अकाउंट कर दिया 1 घंटे के लिए ब्लॉक, कहा-नियमों का किया उल्लंघन

ट्विटर और भारत सरकार के बीच छिड़ी तकरार रुकने का नाम नहीं ले रही। सरकार में मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के बाद मामला तब गरमाया था जब देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के ट्विटर अकाउंट को वेरीफाइड अकाउंट के लिस्ट से हटा दिया गया था। उसके पहले बीजेपी के प्रवक्ता सम्बित पात्रा के भी कई पोस्ट ट्विटर ने पॉलिसी गाइड्लाइन के उल्लंघन के हवाले से डिलीट कर दिया था। अब जो मामला आया है ये बेहद संवेदनशील हो सकता है क्योंकि ट्विटर ने इस बार किसी और का नहीं आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद का ही अकाउंट 1 घंटे के लिए ब्लॉक कर दिया। ट्विटर ने इस बार भी पॉलिसी गाइड्लाइन के उल्लंघन का हवाला दे कर ऐसा किया है।

मंत्री साहब का अकाउंट लगभग एक घंटे तक बाधित रहा और अब रविशंकर प्रसाद ने ट्विटर पर निशान साधा है।


उन्होंने लिखा:


दोस्तों! आज कुछ बहुत ही अनोखा हुआ। ट्विटर ने इस कथित आधार पर लगभग एक घंटे तक मेरे खाते तक पहुंच से इनकार कर दिया कि संयुक्त राज्य अमेरिका के डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन था और बाद में उन्होंने मुझे खाते तक पहुंचने की अनुमति दी।

ट्विटर के इस हरकत के बाद शायद भारत में ट्विटर की मुसीबतें और बढ़ सकती है। रविशंकर प्रसाद ने इस सारे वाकिए को स्क्रीनशॉट के साथ भारत में बने koo एप पर साझा किया था। हालांकि एक घंटे के बाद ट्विटर ने उनका अकाउंट दोबारा से खोल दिया था। रविशंकर प्रसाद ट्विटर पर पहले भी इल्जाम लगा चुके हैं की ट्विटर दोहरी छवि के कार्यप्रणाली को मानता है। अमेरिका में इसकी पॉलिसी अलग है और भारत में अलग। दोबारा अकाउंट चालू होने पर रविशंकर प्रसाद ने उसी थ्रेड में स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा:

“ट्विटर द्वारा किया गयाा ये ऐक्ट कानून का उल्लंघन है. ट्विटर थ्रेड में उन्होंने कहा है कि ट्विटर की मंशा सही नहीं है और अब ये समझ आ गया कि क्यों ट्विटर भारत के आईटी नियमों को क्यों नही मान रहा है “

अब इन सबके बाद देखना ये होगा की ट्विटर पर क्या करवाही की जाती है और ट्विटर इसपर क्या जवाब देता है।

झमाझम बारिश से बिहार विधानसभा और डिप्टी सीएम के आवास समेत कई इलाकों में जलजमाव, वज्रपात से सूबे में 7 की मौत

पटना.    बिहार की राजधानी पटना समेत सूबे के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हुई है।मौसम विभाग ने 25 जून की रात 8.30 बजे से 26 जून की...